सारी की सिलवट- सिलवट में , किसने रच दी गंगालहरी, चितवन-चितवन मे आरेखित, रंगोली सी गहरी -गहरी, अवतरित हो रहे नख-शिख में सारे शोभन ,सारे पावन। सीपिया वरन,मंगलमय तन... .....।श्री भारत भूषन।

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